
वैदिक धर्म
वैदिक धर्म प्राचीन भारत का एक धार्मिक और दार्शनिक प्रणाली है, जिसका आधार ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद जैसे चार वेदों पर टिका हुआ है। इसे सनातन धर्म का प्रारंभिक रूप भी माना जाता है, जो हिंदू धर्म की जड़ों से जुड़ा हुआ है। वैदिक धर्म में यज्ञ, मंत्र, देवताओं की उपासना और ऋषि-मुनियों के ज्ञान को विशेष महत्व दिया गया है। यह धर्म कर्म, धर्म, सत्य और ऋतु (सामाजिक एवं नैतिक व्यवस्था) के सिद्धांतों पर आधारित है। वैदिक काल में इंद्र, अग्नि, वरुण, सूर्य और सोम जैसे देवताओं की पूजा प्रचलित थी। वैदिक धर्म की मुख्य विशेषताएँ: वेदों पर आधारित ज्ञान और धर्म यज्ञ एवं मंत्रों की प्रधानता ऋषि-मुनियों का मार्गदर्शन सत्यम (सत्य), ऋतं (नैतिकता) और धर्म (कर्तव्यपालन) पर जोर सनातन धर्म की जड़ें वैदिक धर्म में FAQs: क्या वैदिक धर्म और हिंदू धर्म एक ही हैं? वैदिक धर्म को हिंदू धर्म का प्रारंभिक रूप माना जाता है, लेकिन आधुनिक हिंदू धर्म में अन्य ग्रंथों और परंपराओं का भी समावेश है। वैदिक धर्म में किसकी पूजा होती थी? वैदिक धर्म में मुख्य रूप से इंद्र, अग्नि, वरुण, सोम और सूर्य जैसे देवताओं की उपासना की जाती थी। वैदिक धर्म का पालन कैसे किया जाता था? यज्ञ, मंत्रोच्चारण, सत्य और धर्म के पालन के माध्यम से वैदिक धर्म का पालन किया जाता था।