तीस्ता को आतंकित कर रही गुजरात पुलिस
तीस्ता को आतंकित कर रही गुजरात पुलिस
भोपाल/ मुंबई 9 जनवरी 2014। सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड के विरुद्ध एफआईआर लिखने के खिलाफ देश भर में सामाजिक कार्यकर्ता आंदोलित हो रहे हैं। भोपाल में राष्ट्रीय सेक्यूलर मंच ने गुजरात पुलिस द्वारा सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड के विरूद्ध अपराध कायम करने की हरकत की तीव्र शब्दों में निंदा की है तो मुंबई में कई सामाजिक संगठन शुक्रवार शाम को दादर स्टेशन के नज़दीक प्रदर्शन करने जा रहे हैं।
एक वक्तव्य में राष्ट्रीय सेक्यूलर मंच के संयोजक एल.एस. हरदेनिया ने कहा है कि यह सर्वादित कि तीस्ता, दंगा पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए एक लंबे समय से संघर्षरत हैं। उन्होंने इस उद्देश्य से अदालतों के दरवाजे खटखटाए हैं। यह उनके ही प्रयासों के कारण है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरूद्ध अनेक आपराधिक मामले शुरू हो सके हैं। स्पष्ट है यह बात गुजरात के सत्ताधारियों को पसंद नहीं आ रही है। इसलिए सिर्फ आतंकित करने के लिए पुलिस ने यह निंदनीय हरकत की है। मंच, उन्हें डराने के लिए उठाए गए इस निंदनीय कदम की भर्त्सना करता है और शीघ्र वापस लेने की मांग करता है।
श्री हरदेनिया ने कहा कि एक ओर तीस्ता के विरूद्ध आनन-फानन अपराध दर्ज कर लिया गया वहीं आई.ए.एस. अधिकारी प्रदीप शर्मा द्वारा मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरूद्ध की गई शिकायत को दर्ज करने से गुजरात की पुलिस ने इंकार कर दिया है। गुजरात की पुलिस इस बात को भूल गई है कि सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेश हैं कि किसी भी हालत में पुलिस एफ.आई.आर. दर्ज करने से इंकार नहीं कर सकती। मंच की मांग है कि उन पुलिसकर्मियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाए जिन्होंने प्रदीप शर्मा द्वारा दी गई शिकायत को दर्ज करने से इंकार किया है।


