नेपाल - भारतीय राजदूत को देश निकाला की मांग
योगीश खरेल
काठमाण्डू, २९ नवम्बर ।
नेपाल में भारतीय राजदूत रणजीत रे को देश निकाला के लिए नेपाल के व्यवस्थापिका संसद् में मांग किया गया है।
आज व्यवस्थापिका संसद में बोलते हुए नेपाल मजदूर किसान पार्टी के सांसद प्रेम सुवाल ने नेपाल के अन्दरुनी मामले में राजदूत रे का अनावश्यक हस्तक्षेप के चलते उनको निकाला करने के लिए सरकार से माँग की है।
डा. भीम राव अम्बेडकर की १२५ वीं जन्म जयन्ती के अवसर पर भारतीय दूतावास, वीपी कोइराला नेपाल भारत फाउण्डेशन एवम् भारतीय सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में राजदूत रे ने नेपाल के संविधान को अपूर्ण ठहराते हुए संशोधन की आवश्यकता जताई थी।
नेपाल के मामले में अपने पदीय आचरण के प्रतिकूल प्रतिक्रिया व्यक्त करने की रे की आदत के चलते आम नेपाली के मन में भारत के प्रति धारणा बिगड़ती जा रही है।
गत वर्ष नवम्बर में भी राजदूत रे ने भारत सरकार की नाकाबन्दी कायम रहने जानकारी तब दिया था जब तत्कालीन केपी ओली सरकार ने विशेष प्रस्ताव पारित करते हुए भारत सरकार को नाकाबन्दी हटाने के लिए अनुरोध किया था।

भारतीय राजदूत रे नेपाल के आन्तरिक मामले में बार-बार टिप्पणी करते आ रहे हैँ जो वियना कनवेंशन की धारा ४१ के विपरीत है।
नेपाली जनमानस में राजदूत रे की पहचान नेपाल-भारत सम्बन्ध बिगाड़ने वाले व्यक्ति के रूप में बन रही है।