Unemployed people in UP are committing suicide, CPI(ML) asked where is the employment

लखनऊ, 5 मार्च। सरकारी आंकड़ों में बेरोजगारी घटने और बेरोजगार युवाओं द्वारा आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं के बीच भाकपा (माले) ने पूछा है कि यूपी में रोजगार कहां है? यदि नौकरी है, तो बेरोजगार आत्महत्या क्यों कर रहे हैं?

पार्टी के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि नौकरी की तलाश में लखनऊ के मड़ियांव में किराए के मकान में रह रहे सिद्धार्थनगर जिले के 28 वर्षीय युवक दुर्गेश यादव द्वारा रोजगार न मिलने पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेने की घटना के लिए मुख्यमंत्री योगी का कथित सुशासन जिम्मेवार है। बेरोजगारी से तंग आकर खुदकुशी कर लेने की यह अकेली घटना नहीं है। आये दिन इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। हाल ही में कन्नौज जिले में एक स्नातक युवक ने अपनी डिग्रियों को जला देने के बाद खुदकुशी कर ली। यूपी में लाखों पद रिक्त हैं। कुछ हजार पदों पर बहाली की परीक्षाएं हो रही हैं, तो उनके भी पेपर लीक हो जा रहे हैं। युवाओं को भविष्य अंधकारमय दिखने लगा है, जिससे आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं। बढ़ते निजीकरण से भी रोजगार के अवसर घट रहे हैं। भाजपा सरकार में युवा निराश हैं। प्रति वर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वादा पूरा नहीं हुआ। एक समय युवाओं ने गुजरात मॉडल के झांसे में आकर मोदी को वोट किया था। अबकी बार युवा भाजपा के खिलाफ वोट करेगा, क्योंकि रोजगार के लिए भाजपा को हटाना जरूरी है।