अमेरिका के तोगड़िया बनेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति !
अमेरिका के तोगड़िया बनेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति !
अमेरिका की सबसे ताकतवर जायनी लाबी डोनाल्ड ट्रंप के साथ
पलाश विश्वास
हिंदुस्तान की सरजमीं पर सबसे बड़े बजरंगी की तस्वीर अपने दिमाग में तान लीजिये तो समझ लीजिये कि अगले अमेरिकी राष्ट्रपति वे ही हैं और यह इसलिए कि अमेरिका की सबसे ताकतवर जायनी लाबी डोनाल्ड ट्रंप के साथ मजबूती के साथ मैदान में हैं और वे ही रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं और उनके जीत जाने की प्रबल संभावना है क्योंकि नस्लवाद के खिलाफ अमेरिकी लोकतंत्र के गौरवशाली इतिहास को तिलांजजलि देने वाले कुक्लाक्स क्लान का अमेरिका में वैसा ही पुनरूत्थान हुआ है जैसे भारत में हिंदुत्व का।
उनके धुर विरोधी रहे भारतीय मूल के बॉबी जिंदल ने कहा कि,
'यदि ट्रंप रिपब्लिकन उम्मीदवार बनते हैं, तो वह उन्हीं को वोट देंगे. जिंदल ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि, ट्रंप को लेकर मै खुश नहीं हूँ, लेकिन वें हिलेरी क्लिंटन से तो बेहतर ही है।
अब समझ लीजिये कि इस आकाशगंगा के बाहर तीन-तीन ग्रहों में जीवन की खोज क्यों जरूरी है और क्यों यह पृथ्वी अब रहने लायक नहीं है।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए होने वाला मुकाबला न्यू यॉर्क के 2 निवासियों, रीयल एस्टेट क्षेत्र के दिग्गजडॉनल्ड ट्रंप और पूर्व विदेश मंत्री हिलरी क्लिंटन के बीच सिमट गया है। ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी लगभग हासिल कर चुके हैं और हिलरी को डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी मिलना तय है।
रॉयटर्स द्वारा गुरुवारको कराए गए एक सर्वे के मुताबिक, ट्रंप या हिलरी का समर्थन करने वाले मतदाताओं का कहना है कि उनका मुख्य मकसद दूसरे पक्ष को रोकना होगा। सर्वे के परिणाम अमेरिका में गहरा रहे वैचारिक मतभेद को दिखाते हैं, जहां लोगों में विपक्षी दलों का डर गहराता जा रहा है।
अरसे से आर्थिक मुद्दों को हम संबोधित नहीं कर पा रहे हैं जो हम एक दशक से लगातार करते रहे हैं क्योंकि सामाजिक ताना-बाना इस कदर टूट बिखर रहा है कि मुक्तबाजार के धर्मोन्माद के खिलाफ साझा मोर्चा बनाने की सर्वोच्च प्राथमिकता एक तरफ है तो दूसरी तरफ आर्थिक मुद्दों की समझ बहुसंखय जनगण की नहीं है जो रोजरोज अश्वमेदी वैदिकी हिंसा के शिकार हो रहे हैं और प्रबल प्रतिरोध के बावजूद मनुस्मृति मुक्तबाजार की वैश्विक व्यवस्था लगातार मजबूत होती जा रही है।


