आरक्षण : भाजपा-आरएसएस पर मायावती ने फिर किया हमला
आरक्षण : भाजपा-आरएसएस पर मायावती ने फिर किया हमला
- भाजपा और आरएसएस को आरक्षण विरोधी मानसिकता और नीति बदलनी चाहिए
लखनऊ, 31 जनवरी (देशबन्धु) : बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भाजपा और आरएसएस पर एक बार फिर हमला बोला है।
मायावती ने कहा कि भाजपा और आरएसएस को आरक्षण विरोधी मानसिकता और नीति बदलनी चाहिए।
मायावती ने दोनों पर ही लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि बसपा दलितों, आदिवासियों व अन्य पिछड़े वर्गों को मिलने वाले तकरीबन 50 फीसद आरक्षण में किसी भी तरह छेड़छाड़ के खिलाफ है।
मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी, अपरकास्ट व अल्पसंख्यक समाज के गरीबों को भी आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की पक्षधर है जिसके लिए संविधान में संशोधन की मांग पहले भी केंद्र सरकार से करती रही है।
भाजपा अध्यक्ष के एक चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कही बातों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मायावती ने कहा है कि संविधान के तहत देश में आरक्षण लागू है लेकिन, विरोधी पार्टियों में खासकर कांग्रेस व भाजपा सरकारों की गलत नीयत, नीति व कार्यप्रणाली से अपरकास्ट व अल्पसंख्यक समाज के लोगों में गरीबी बढ़ी है इसलिए इन्हें गरीबी के आधार पर अलग से आरक्षण देने की जरूरत है। इसके लिए संविधान में संशोधन करके आरक्षण के कोटे को बढ़ाया जा सकता है। इसके बावजूद शाह लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं कि अपरकास्ट व अल्पसंख्यक समाज के गरीबों को आर्थिक आधार पर आरक्षण देने पर दलितों, आदिवासियों व अन्य पिछड़ों के आरक्षण में कटौती हो जायेगी।
मायावती का कहना है कि भाजपा व आरएसएस को आरक्षण की संवैधानिक व्यवस्था व सामाजिक परिवर्तन के मामले में अपना नजरिया व मानसिकता बदलकर देशहित में सही दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है। केवल बोलने से अब काम चलने वाला नहीं है, बल्कि इस दिशा में सरकारी स्तर पर जरूरी कदम भी उठाने होंगे।


