Priyanka Gandhi demands Mehbooba - Abdullah be released

नई दिल्ली, 7 फरवरी 2020. कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा ने जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला पर जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) लगाने पर भाजपा नेतृत्व वाली सरकार पर हमला करते हुए कहा कि वे अलगाववादियों के खिलाफ खड़े थे और उन्होंने कभी भी हिंसा और विभाजन का समर्थन नहीं किया।

श्रीमती गांधी ने यह भी कहा कि दोनों नेताओं को रिहा कर देना चाहिए और बिना किसी आधार के उन्हें बंदी बनाकर नहीं रखा जाना चाहिए।

श्रीमती प्रियंका गांधी ने इस बावत कई ट्वीट किए।

उन्होंने कहा,

"किस आधार पर महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला पर पीएसए लगाया गया है? उन्होंने भारत के संविधान को बरकरार रखा, लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन किया, अलगाववादियों के खिलाफ खड़े रहे और कभी भी हिंसा और विभाजन का समर्थन नहीं किया।"

महासचिव ने आगे कहा,

"वे रिहा किए जाने के लायक हैं, न कि बिना किसी आधार के बंदी बनाए जाने के लायक हैं।"

जम्मू एवं कश्मीर प्रशासन द्वारा अब्दुल्ला और मुफ्ती सहित चार राजनेताओं पर पीएसए लगाने के एक दिन बाद कांग्रेस महासचिव का यह बयान आया है।

बता दें कि पांच फरवरी को उनकी नजरबंदी को पांच महीने पूरे हो गए।

इनके अलावा तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके और श्रीनगर से सांसद फारुक अब्दुल्ला भी पीएसए के तहत नजरबंद हैं।

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