नई दिल्ली, 2 मई। कुमार विश्वास बीजेपी और आरएसएस के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। यह कोई ऐसा रहस्य नहीं है, जिसे राजनीति का अनाड़ी भी न जानता हो, परन्तु आम आदमी पार्टी के नेता अमानतुल्लाह खान को यह रहस्य देर से ही सही लेकिन मालूम तो पड़ ही गया है। हालाँकि कोई आश्चर्य नहीं होगा यदि अमानतुल्लाह खान यही बात कुछ समय बाद अरविन्द केजरीवाल के लिए भी कहें।

सवाल है कि क्या आम आदमी पार्टी टूट के कगार पर है ? ये सवाल पैदा हुआ है आप में आधी रात के ड्रामे के बाद।

दरअसल एमसीडी चुनाव में मिली करारी हार के बाद आप में अंतर्कलह खुलकर सामने आने लगी है।

अमानतुल्लाह बनाम कुमार विश्वास की बयानबाज़ी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की चिंता बढ़ा दी थी। जारी खींचतान को खत्म करने के लिए आप ने पीएसी की बैठक बुलाई थी। लेकिन मीटिंग शुरू होने के कुछ देर बाद ही अमानतुल्लाह खान ने पीएसी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी इसकी पुष्टि कर दी है।

वहीं इस्तीफा देने के बाद आप विधायक अमानतुल्लाह ने कहा,

‘मैं अपनी बात पर कायम हूं कि कुमार विश्वास बीजेपी और आरएसएस के एजेंडे पर काम कर रहे हैं।’

केजरीवाल के घर के बाहर अमानतुल्लाह ने कुमार विश्वास के खिलाफ नये सिरे से मोर्चा खोला है. दूसरी तरफ घर के अंदर टीम केजरीवाल कुमार विश्वास के मुद्दे पर माथापच्ची करती रही. पार्टी के सब ठीक करने की कवायद के बीच उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ये फरमान भी जारी कर दिया कि आप नेता बाहर बयानबाजी ना करें और जिस किसी को शिकायत है, तो वो सीधे अरविंद केजरीवाल से संवाद करें।

जाहिर है कि मनीष सिसोदिया की ये नसीहत खास तौर पर कुमार विश्वास के लिए ही है, जिन्होंने एमसीडी चुनाव के बाद खुलकर आप के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा है।

एमसीडी चुनाव में पार्टी की बुरी हार के बाद कुमार विश्वास ने कहा कि सफलता के सौ पिता होते हैं, असफलता की कोई मां नहीं होती। आज हम हारे हैं तो ये हमारे लिए वक्त है कि हम बैठकर दोबारा आत्मचिंतन करें कि हम चले कहां से थे, पहुंचे कहां हैं। हमारे सामने क्या समस्याएं आ रही है.

यहां विश्वास इशारों-इशारों में अरविंद केजरीवाल को आत्मचिंतन की सलाह दे रहे थे।