शिक्षा को हमलों से बचाने के अंतर्राष्ट्रीय दिवस
आज 9 सितंबर को है शिक्षा को हमलों से बचाने के अंतर्राष्ट्रीय दिवस
शिक्षा को हमलों से बचाने के अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day to Protect Education from Attack) के पहले आयोजन के छह साल बाद 2025 में, शिक्षा के खिलाफ हिंसा बढ़ती ही रही है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक 2022 और 2023 के बीच, छात्रों, शिक्षकों और शैक्षणिक संस्थानों को निशाना बनाकर लगभग 6,000 हमले हुए। सैन्य उद्देश्यों के लिए स्कूलों के इस्तेमाल में 20% की वृद्धि हुई, और 10,000 से ज़्यादा छात्रों की हत्या, अपहरण, गिरफ्तारी या उन्हें नुकसान पहुँचाया गया।
क्या आप जानते हैं?
बच्चों और सशस्त्र संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव की रिपोर्ट के मुताबिक
2024 में, गंभीर उल्लंघनों में वृद्धि हुई, जिनमें स्कूलों पर हमले (44%) और बलात्कार (34%) शामिल हैं। अपहरण, भर्ती/यौन हिंसा सहित गंभीर उल्लंघनों के शिकार बच्चों की संख्या में 17% की वृद्धि हुई।
सबसे ज़्यादा गंभीर उल्लंघन इज़राइल और अधिकृत फ़िलिस्तीनी क्षेत्र (8,554), कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (4,043), सोमालिया (2,568), नाइजीरिया (2,436) और हैती (2,269) में दर्ज किए गए।
हालाँकि गैर-सरकारी सशस्त्र समूह लगभग 50 प्रतिशत गंभीर उल्लंघनों के लिए ज़िम्मेदार थे, लेकिन सरकारी बल बच्चों की हत्या और उन्हें अपंग बनाने, स्कूलों और अस्पतालों पर हमलों और मानवीय सहायता से वंचित करने के मुख्य अपराधी थे।
अपहरण, भर्ती और यौन हिंसा के मिश्रण के कारण, 2023 में 2,684 से 2024 में 3,137 तक बहुविध उल्लंघनों के शिकार बच्चों की संख्या में तीव्र वृद्धि, क्रूरता में एक खतरनाक वृद्धि को दर्शाती है।
यौन हिंसा के मामलों की संख्या में 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसमें सामूहिक बलात्कार के मामलों की संख्या में भी नाटकीय वृद्धि शामिल है।
मानवीय सहायता पहुँच से वंचित करना एक खतरनाक स्तर पर पहुँच गया है, जहाँ 2024 में संयुक्त राष्ट्र कर्मियों सहित पहले से कहीं अधिक मानवीय कार्यकर्ता मारे जाएँगे।
आज है डॉ. वर्गीज़ कुरियन की पुण्य तिथि
आज है श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज़ कुरियन की पुण्य तिथि
हम भारत की श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज़ कुरियन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
उनकी दूरदर्शिता और दृढ़ संकल्प ने देश को दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया और लाखों किसानों को समृद्धि प्रदान की।
राष्ट्र की प्रगति में उनके अमूल्य योगदान को सदैव स्मरण रखा जाएगा।
इज़राइल ने सीरिया में सैन्य अड्डे पर हमला किया
सीरियाई मीडिया ने होम्स शहर के पास एक सैन्य अड्डे पर इज़राइली हवाई हमले की खबर दी है।
इज़राइल की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई है।
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, हाल के महीनों में सीरिया में इज़राइली हवाई हमले अपेक्षाकृत कम हुए हैं।
क़लात अल मुदिक नाम के फैक्ट चैकर और वैरीफाइड यूज़र ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा-
"सीरिया: इजरायली हवाई हमले के परिणामस्वरूप विस्फोट, होम्स शहर (मसकनाह क्षेत्र) के दक्षिणी बाहरी इलाके में स्थित एक पूर्व वायु रक्षा बेस पर हुआ।"
अफ़ग़ानिस्तान पहुँचीWHO चिकित्सा सामग्री
पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान में भूकंप से बचे लोगों की सहायता के लिए 35 मीट्रिक टन से ज़्यादा WHO चिकित्सा सामग्री काबुल पहुँची
31 अगस्त को पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान में आए 6.0 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप से निपटने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की आपातकालीन प्रतिक्रिया को मज़बूत करने के लिए, 35 मीट्रिक टन से ज़्यादा जीवन रक्षक चिकित्सा सामग्री की एक नई खेप काबुल पहुँची। इस खेप के साथ, WHO ने अब तक आपदा के बाद से देश में लगभग 80 मीट्रिक टन आपातकालीन स्वास्थ्य सामग्री पहले से ही तैनात और वितरित कर दी है।
नेपाल में छात्रों का उग्र प्रदर्शन : चार पत्रकार घायल, एक मीडिया हाउस में तोड़फोड़
Gen-Z छात्रों के उग्र प्रदर्शन : चार पत्रकार घायल, एक मीडिया हाउस में तोड़फोड़
नेपाल में Gen-Z छात्रों के उग्र प्रदर्शन में कांतिपुर टेलीविज़न के श्याम श्रेष्ठ, नया पत्रिका के दीपेंद्र धुंगाना, नेपाल प्रेस के उमेश कार्की और स्वतंत्र पत्रकार शंभू दंगल भी प्रदर्शन में घायल हुए हैं। इसी तरह, नेपाली पत्रकार महासंघ के अनुसार, ताहा खबर के कार्यालय में भी तोड़फोड़ की गई।
नेपाली पत्रकार महासंघ (एफएनजे) के मुताबिक विरोध प्रदर्शन स्थल पर रिपोर्टिंग कर रहे चार पत्रकार, जो सोशल मीडिया से शुरू होकर सोमवार को सड़कों पर पहुंच गए, पुलिस की गोलियों के छर्रे लगने से घायल हो गए।
Gen-Z छात्रों के उग्र प्रदर्शन के सामने घुटनों पर आई नेपाल सरकार
भारी हिंसा के बाद झुक गई नेपाल सरकार, हटा पड़ा सोशल मीडिया से बैन, प्रदर्शन में 19 की गई जान-गृह मंत्री का त्यागपत्र
नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन के विरोध में Gen-Z छात्रों के उग्र प्रदर्शन के चलते कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सोशल मीडिया बैन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी छात्र नेपाल की संसद तक पहुंच गए। इस हिंसक प्रदर्शन के चलते अब तक 19 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। नेपाल सरकार ने देर रात सोशल मीडिया से प्रतिबंध हटा दिया हैष लेकिन नेपाल में हालात नाज़ुक बने हुए हैं।