जनता के हक में हर आवाज अब राष्ट्रद्रोह है और जनता का उत्पीड़न, शोषण और दमन, नरसंहार देशभक्ति है
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जनता के हक में हर आवाज अब राष्ट्रद्रोह है और जनता का उत्पीड़न, शोषण और दमन, नरसंहार देशभक्ति है

जनता के हक में हर आवाज अब राष्ट्रद्रोह है और जनता का उत्पीड़न, शोषण और दमन, नरसंहार देशभक्ति है

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