
अरुण शौरी
अरुण शौरी (Arun Shourie in Hindi)
अरुण शौरी (Arun Shourie) - भारत के प्रखर पत्रकार, अर्थशास्त्री और राजनेता के जीवन व विवादों की पूरी कहानी। जानें कैसे इंडियन एक्सप्रेस में 'इंदिरा गांधी ऐज कॉमर्स' रिपोर्ट से सुर्खियों में आए, रेमन मगसेसे पुरस्कार जीता, फिर भाजपा सरकार में विनिवेश मंत्री बने। सेंटौर होटल व विदेश संचार निगम घोटालों में उनकी भूमिका पर सीबीआई जांच की अपडेट। पत्रकारिता से राजनीति तक के सफर का विश्लेषण।
अरुण शौरी कौन हैं
अरुण शौरी (जन्म 1941) एक भारतीय पत्रकार (Arun Shourie journalism), लेखक, अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ हैं। 1970-80 के दशक में इंडियन एक्सप्रेस के संपादक के रूप में इंदिरा गांधी सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने वाली खोजी पत्रकारिता के लिए प्रसिद्ध हुए, जिसके लिए उन्हें 1982 में प्रतिष्ठित रेमन मगसेसे पुरस्कार मिला। 1998 में भाजपा में शामिल होकर
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विनिवेश, संचार व आईटी मंत्री रहे। हाल के वर्षों में सेंटौर होटल व अन्य सरकारी संपत्तियों की बिक्री में अनियमितताओं के आरोपों में उनका नाम आया है। वर्तमान में मोदी सरकार के आलोचक के रूप में सक्रिय।