अडानी का व्यापार बढ़ाने के लिए हो रही हैं मोदी की विदेश यात्राएं
अडानी का व्यापार बढ़ाने के लिए हो रही हैं मोदी की विदेश यात्राएं
प्रधान मंत्री जी मंगोलिया क्यों गए क्योंकि वहाँ पर कोयला है और अडानी साथ में थे कोयला का सौदा करने के लिए - का.सुभाषिनी अली
मप्र में हुआ वामपंथी दलों का राज्य सम्मेलन;
भोपाल। वामपंथी दलों ने कहा है कि यह वह समय है जब अच्छे दिन का झांसा देकर कार्पोरेट धन से चुनाव जीतकर केंद्र की सत्ता में पहुँची भाजपा के पूर्ण बहुमत वाली मोदी सरकार का एक वर्ष का कार्यकाल पूरा हो रहा है। देसी विदेशी पूंजी के लिए सारे खिड़की दरवाजे खोल देने और राष्ट्र को विभाजित कर देने की क्षमता रखने वाली साम्प्रदायिकता के विषैलेपन को उभारने वाले इस एक साल ने साबित कर दिया है कि देश तथा उसकी जनता के हितों की सलामती सुनिश्चित करने वाला विकल्प सिर्फ नेताओं भर के बदलने से नहीं निकलेगा- इसके लिए नीतियां बदलनी होंगी और ऐसी नीतियां देश में सिर्फ वामपंथ के पास हैं।
चार वामपंथी दलों के राज्य स्तरीय साझे सम्मेलन में जनता के सामने दिनोंदिन बढ़ती जा रही तकलीफों और उसकी रोजी-रोटी पर होने वाले हमलों के विरुद्द मिलकर संघर्ष छेड़ने का निर्णय लिया गया। वाम दल इसके लिए ऐसा प्रदेशव्यापी संयुक्त अभियान छेड़ेंगे जिसमें सिर्फ इन मुश्किलों की जिम्मेदार नीतियों की खिलाफत ही नहीं की जाएगी, बल्कि उनके विकल्प में लाई जाने वाली देश तथा जनता की हितैषी नीतियों को भी सामने लाया जाया जाएगा।
राजधानी में नीलम पार्क में हुए इस खुले सम्मेलन को सीपीआई, सीपीआई(एम), एसयूसीआइ(सी) तथा सीपीआई(माले) लिबरेशन के नेताओं ने सम्बोधित किया।
मोदी की विदेश यात्राएं
माकपा की पोलिट ब्यूरो सदस्य, पूर्व सांसद श्रीमती सुभाषिणी अली ने कहा कि अपने एक साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी ने सिर्फ अडानी और दूसरे पूंजी घरानों का व्यापार बढ़ाने के लिए यात्राएं की हैं। भारत के किसानों को तो सिर्फ आत्महत्याएं और भूमि से बेदखली ही मिली है। मध्यप्रदेश को मृत्यु प्रदेश बनाने वाले स्वयंभू मामा को उन्होंने कंस मामा की संज्ञा दी और चेतावनी दी कि वाम दलों की अगुआई में जनता उन्हें सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि पुरातनपन्थ और साम्प्रदायिकता महिलाओं सहित बहुमत जनता के लोकतंत्र को छीन लेने पर आमादा है।
आज देश को वामपंथ ही सही विकल्प दे सकता है यह ऐतिहासिक सम्मेलन है - कामरेड शैलेन्द्र शैली CPI #CPIM #LeftFront
सम्मेलन में बोलते हुए सीपीआई की राष्ट्रीय नेता श्रीमती अमरजीत कौर ने मजदूरों के पैरों में बेड़ियां डालने वाले क़ानून बनाने और पेट्रोल सहित रोजमर्रा की मंहगाई बढ़ा कर जनता के शोषण में वृद्दि करने के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि 26 मई को देश भर के श्रम संगठन मिलकर अखिल भारतीय हड़ताल के कार्यक्रम की घोषणा हैं। उन्होंने कहा कि देश में पैसे की कमी नहीं है - उसे खर्च किये जाने के तरीके की समस्या है।
अच्छे दिन मजदूर, किसान ही ला सकता यदि अच्छे लाने है तो वामपंथ को मजबूत करना होगा
- कामरेड प्रताप सावंत SUCI #CPIM #LeftFront
एसयूसीआइ (सी) के राज्य सचिव प्रताप सामल ने शिक्षा के व्यापारीकरण तथा साम्प्रदायिकीकरण की नीतियों को देश में अज्ञान फैलाने की शासक वर्गों की साजिश का हिस्सा बताया। बिजली पानी सहित निजीकरण के सारे कदमों का वामपंथी दलों की ओर से उन्होंने विरोध किया। उन्होंने वामपंथी एकता का अभिनन्दन किया और कहा कि इसके जरिये ही देश में सच्चा विकल्प उभारा जा सकता है।
मोदी जी अडानी को विदेशों में कोयला का कंपनी लगाने के लिए सरकार का पैसा दे रहे हैं
- कामरेड सुभाषिनी अली #CPIM #LeftFront
सीपीआई(माले) लिबरेशन के राज्य संयोजक देवेन्द्र सिंह चौहान ने आजादी की लड़ाई के दौरान वीरांगना महिलाओं के गौरवशाली योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि मौजूदा हालात से उबरने की ताकत महिलाओं सहित देश की मेहनतकश जनता में है, वह मुखालफत भी करेगी और खुद अपना राज कायम करने के लिए भी लड़ेगी।
का. प्रताप सावंत SUCI प्रदेश सचिव सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए #CPIM #LeftFront pic.twitter.com/SSmCGS8LxL
— CPI(M) मध्य प्रदेश (@mpcpimspeak) May 24, 2015
मोदी जी अडानी को विदेशों में कोयला का कंपनी लगाने के लिए सरकार का पैसा दे रहे हैं - कामरेड सुभाषिनी अली #CPIM #LeftFront
— CPI(M) मध्य प्रदेश (@mpcpimspeak) May 24, 2015
ये नरेंद्र मोदी सरकार मेहनत कश जनता को गुलाम बनाने के सारे रास्ते खोल रही है - कामरेड सुभाषिनी अली #CPIM #LeftFront
— CPI(M) मध्य प्रदेश (@mpcpimspeak) May 24, 2015


