कुरुक्षेत्र बना देश, कुरुक्षेत्र में ओबामा कृष्ण अवतरित.... कि बचवा का चाहि, परमाणु बम!
कुरुक्षेत्र बना देश, कुरुक्षेत्र में ओबामा कृष्ण अवतरित.... कि बचवा का चाहि, परमाणु बम!
अनार्य हिंदुओं का अश्वमेधी नरसंहार के आयोजन के लिए है यह गीता महोत्सव, सरस्वती वंदना।
जैसा कि कुरुक्षेत्र के गीता महोत्सव का हश्र हुआ महा विनाश, वैसे ही हिंदू साम्राज्यवादी अश्वमेध से देशविदेश हिंदुओं का ही सर्वनाश, विधर्मियों का नहीं।
मोदी और ओबामा रेडियो पर मिल कर मन की बात करेंगे और देश बेचने, जनसंहार का होगा भरपूर मनोरंजन, वसंतबहार
कुरुक्षेत्र में ओबामा कृष्ण अवतरित। ओबामा दिल्ली के मौर्य शेरेटन होटल में रहेंगे जो अब तक अमेरिकी राष्ट्रपतियों की अगवानी करता आया है। अपने दौरे से पहले बराक ओबामा ने नरेंद्र मोदी जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा है कि चायवाले का प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचना बड़ी बात है। और मोदी की जीत से साबित हुआ है कि भारत के लोग आर्थिक विकास चाहते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति के हाइप्रोफाइल दौरे के मद्देनजर राजधानी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। ट्विटर पर आईएसआईएस की धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
गौर करें कि कैसी गुलाबी तस्वीर है कि एसएंडपी ने वित्त वर्ष 2015 में भारत का करेंट अकाउंट घाटा जीडीपी के 2 फीसदी से कम रहने की उम्मीद जताई है। यही नहीं रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने ये भी कहा है कि भारत की रेटिंग बढ़ाई जा सकती है।
एसएंडपी के मुताबिक वित्तीय घाटे में कमी मजबूत इकोनॉमी की तस्वीर पेश नहीं कर सकती है, ऐसे में मध्यम अवधि में भारत की ग्रोथ पर नजर रहेगी। हालांकि मौजूदा सरकार इकोनॉमी में जान फूंकने के लिए प्रयासरत नजर आ रही है। लेकिन ये देखना अहम होगा कि सरकार की ओर से इकोनॉमी में जान फूंकने के लिए और क्या कदम उठाए जाते हैं।
गौर करें कि
ओबामा कृष्ण की महिमा ऐसी कि ऐप के जरिए टैक्सी सर्विस देने वाली कंपनी उबर ने दिल्ली में अपनी सर्विस फिर से शुरू कर दी है। इस बार वो सिर्फ वैसे ड्राइवरों को भर्ती कर रही है जिनका पुलिस वेरिफिकेशन हो चुका है, साथ ही कंपनी ने रेडियो टैक्सी ऑपरेटर के तौर पर लाइसेंस के लिए भी अर्जी दी है।
ओबामा कृष्ण देखेंगे कि जैसे उबेर का भला हुआ है, वैसे ही सारी की सारी अहिल्या पाथरों में प्राण फूंक दें कि लाखों लाखों करोड़ का जो मल्टीनेशनल परियोजनाएं हैं वे खुल जाये सिम सिम और अलीबाबा चालीस चोर का राजकाज कायम रहे।
मसलन अकेले टैक्स रिफारम से कमसकम अमेरिका आधारित मल्टी नेशनल पचास कंपनियां और उनके भारतीय छाझेदार मालामाल है।छप्परफाड़ विनिवेश और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश है।सैनसेक्स अब तीस के पार जाकर किस किस के साथ रोमासे करेगासकोई कह नहीं सकता तो परमाणु विध्वंस का हर इतंजाम है।
कि बचवा का चाहि, परमाणु बम!
जैसा कि कुरुक्षेत्र के गीता महोत्सव का हश्र हुआ महा विनाश, वैसे ही हिंदू साम्राज्यवादी अश्वमेध से देशविदेश हिंदुओं का ही सर्वनाश, विधर्मियों का नहीं।
हिंदुत्व का खुल्ला आवाहन कर दिया है ओबामा कृष्ण ने ताकि परमाण, बीमा, खुदरा कारोबार, रक्षा, निर्माण विनिर्माण, करछूट और भारत सरकार के आम बजट से लेकर विदेश नीति और आंतरिक सुरक्षा तक के लिए हो रही कृष्ण सुदामा बंधुत्व पवित्र विशुद्ध सरस्वती वंदना का वसंत पंचमी गीता महोत्सव में तब्दील हो जाये।
इसीलिए हर मौके पर पाकिस्तान को मदद करने वाले, भारत को तहस नहस करने का हर सामान मुहैय्या करने वाले किसी अमेरिकी राष्ट्रपति के मुखारविंद पर गीता प्रवचन अक्षरशः है कि अपने भारत दौरे से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने साफ कहा है कि पाकिस्तान आतंक को पनाह देना बंद करे।
कृष्ण-सुदामा बंधुत्व पवित्र विशुद्ध सरस्वती वंदना का वसंत पंचमी गीता महोत्सव में तब्दील हो जाये, इसीलिए ओबामा कृष्ण ने कहा है कि मुंबई हमले के दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
इससे बड़ा सफेद सच क्या है कि ओबामाकृष्ण ने कहा है कि अमेरिका पर हुए 9/11 हमले और भारत पर हुए 26/11 के हमले के बाद दोनों देश अपनी सुरक्षा के मामले पर साथ खड़े रहें। तबसे लेकर आज तक का अमेरिका का कियाधरा बदल गयो रे। शत प्रतिशत हिंदुत्व की ऐसी वसंत बहार है। जय जय जयहे कल्कि महाराज।
बहरहाल तसलीमा नसरीन का पुनः निरपेक्ष पाठ करें तो पता चलेगा कि बांग्लादेश में 1971 की स्वतंत्रता के बाद अल्पसंख्यक उत्पीड़न की वारदातें भारत में संघपरिवार की कारस्तनियों की प्रतिक्रियाएं ही हैं।
लज्जा में जो हिंदुओं की व्यथा कथा है, उसकी पृष्ठभूमि में बाबरी विध्वंस है, जिसकी गूंज दुनियाभर के हिंदुओं को लहूलुहान करती रही है।
जबकि उत्पीड़ित लोगों से संघ परिवार की सहानुभूति उनकी विशुद्ध आर्य नस्ली विवेक पर निर्भर है।
आर्यमूल के शरणार्थी तुरतफुरत भारतवंशी भारतीय नागरिक जबकि अनार्य अश्वेत पूर्वी बंगाल के विभाजनपीड़ित विभाजन के तुरंत बाद इस देश में जो लोग बसे, वे लोग और बाद में धार्मिक पहचान हिंदुत्व के कारण जो लगातार भारत में आते रहे हैं, वे सारे लोग विदेशी घुसपैठिया रहे हैं।
मजा यह है कि बांग्लादेश की धर्मनिरपेक्ष सरकार को गिराने की कोशिश में जमीन आसमान एक करने वाली इस्लामपंथी ताकतों के साथ, बेगम खालिदा के साथ संघ परिवार का चोली दामन का साथ है। यह है संघ परिवार के हिंदुत्व का सच।
जनसत्ता और इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक सिंहली उग्रवादियों के मर्यादा पुरुषोत्तम राम अपने प्रधानमंत्री हैं, जो हिन्दू तमिलों और मुसलमानों पर कहर ढा रहे हैं।
नेपाल में हिंदू राष्ट्र फिर बहाल करने के लिए संघ परिवार हर जुगत लगा रहा है और वहां जो मंगोलवंशी अनार्य मधेशी आदिवासी करड़ों लोग हैं, जिनमें हिंदुत्व के अनुयायी भी करोड़ों हैं, उनका सत्यानाश का हर सामान जुटा रहा है संघ परिवार।
अनार्य हिंदुओं का अश्वमेधी नरसंहार के आयोजन के लिए है यह गीता महोत्सव, सरस्वती वंदना।
जन्मदिन आज कर्पूरी ठाकुर का भी है। उनके व्यक्तित्व कृतित्व को लेकर हिंदी समाज को कोई चिंता नहीं है, जाहिर है कि आखिरकार वे पिछड़ों के मसीहा है और हिंदी समाज जात पांत में बंटा हुआ है। जाति दृष्टि ही हिदी समाज का यथार्थबोध है।सौंदर्यशास्त्र है।
वसंतीपंचमी की धूम है।
बंगाल में कन्याएं इस दिन पहलीबार वसंती साड़ी पहनकरे स्वतंत्रता का पाठ पढ़ती हैं तो महाराष्ट्र में पतंग उड़ाये जाते हैं। इस वसंत पंचमी को शत प्रतिशत हिंदुत्व की सरकार ने हिंदुत्व के उत्सव में तब्दील कर दिया है और मूर्ति पूजा के जो विरुद्ध है, उस इस्लाम को मानने वालों के बच्चों के लिए भी अनिवार्य सरस्वती वंदना का फतवा जारी कर दिया गया है।
जबकि आधुनिकता से मुठभेड़ के लिए पहली बार छायावाद के तिलिस्म तोड़ने वाले पत्थर तोड़ते एक कवि का जन्मदिन भी हुआ करता है आज। सूर्यकांत त्रिपाठी निराला उनका नाम है। जिन्हें कोई याद नहीं कर रहा है।
कवि प्रजाति के आत्ममुग्ध लोग सोशल स्पेस पर जनसरोकार से वास्ता इतना मूसलाधार रखते हैं कि दे दनादन सेल्फी, पारिवारिक निजी क्षणों का विज्ञापन जारी करते हुए नजर आते हैं वैसे ही जैसे हम नींद में खलल डालने की कोई न कोई शरारत कर गुजरते हैं।
संघ परिवार की यह सरस्वती वंदना दरअसल ओबामा वंदना है क्योंकि अमेरिका को मोदी से लव हो गया है।
संघ परिवार की यह सरस्वती वंदना दरअसल ओबामा वंदना है क्योंकि स्वयं श्रीकृष्ण आज भारत पधार रहे हैं और धनुर्धर अर्जुन जो जनसंहारउद्देश्ये किंकर्तव्यविमूढ़ हैं, उन्हें गीता का उपदेश देने वाले हैं।
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत ।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् ॥७॥
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् ।
धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ॥८॥
(श्रीमद्भगवद्गीता, अध्याय ४)
(यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिः भवति भारत, अभि-उत्थानम् अधर्मस्य तदा आत्मानं सृजामि अहम् । परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुस्-कृताम्, धर्म-संस्थापन-अर्थाय सम्भवामि युगे युगे ।)
(टिप्पणीः श्रीमद्भगवद्गीता वस्तुतः महाकाव्य महाभारत के भीष्मपर्व का एक अंश है; इसके १८ अध्याय भीष्मपर्व के क्रमशः अध्याय २५ से ४२ हैं ।)
जाहिर है कि इस सरस्वती वंदना का अभिप्राय गीता महोत्सव मार्फते शत प्रतिशत हिंदू राष्ट्र है।कुरुक्षेत्र बन गया है देश और उस कुरुक्षेत्र में ओबामा कृष्ण अवतरित।
दसों दिशाओं में हिंदुत्व की वसंतबहार है। देश के कोने-कोने में हिंदुत्व के सिपहेसालार अमित शाह, भागवत, तोगाड़िया, बाबा, साध्वी, संत वगैरह वगैरह के अश्वमेधी घोड़े जनपदों को लहूलुहान कर रहे हैं क्योंकि इस सरस्वती वंदना का अभिप्राय गीता महोत्सव मार्फते शत प्रतिशत हिंदू राष्ट्र है।
कुरुक्षेत्र बन गया है देश और उस कुरुक्षेत्र में ओबामा कृष्ण अवतरित।


