नहीं चलेगा लालकिले से भाषण- लॉलीपाप मंगलम्।
नहीं चलेगा लालकिले से भाषण- लॉलीपाप मंगलम्।
श्रीराम तिवारी
आजादी के दिन का इंतज़ार मंगलम्।
पर उपदेश कुशल बहुतेरे हैं हजार मंगलम्।।
कोरे भाषण से न होगा बेड़ापार मंगलम्।
ऐसे ही उपदेश सुनेगी जनता पांच साल मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
बढ़ रहे भूख- महँगाई- व्यभिचार मंगलम्।
उफान पर है कालाधन- कालाबाजार मंगलम्।।
बेकारी का नहीं रहा पारावार मंगलम्।
पहले से भी ज्यादा हो रहे- अनाचार मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
पूँजीवाद हुआ और ज्यादा खूंखार मंगलम्।
हो रहे घोटाले व्यापम- भ्रष्टाचार मंगलम्।।
सिस्टम में नई- नई जोंकें हजार मंगलम्।
खाद्यान्न में घुसा रहा सट्टा- बाजार मंगलम् ।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
ऍफ़ डी आई की छूट है अपार मंगलम् ।
सत्ता के दलालों का आधार मंगलम्।।
अमीरों ने मचाई लूटमार मंगलम्।
आर्थिक नीति है बदकार मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
सिस्टम में कैसे हो सुधार मंगलम्।
जगह- जगह छेद हैं अपार मंगलम्।।
आयात का बढ़ रहा उधार मंगलम्।
घरेलू उत्पादन हुआ बंटाधार मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
सुधार के कुछ तो दिखाओ आसार मंगलम्।
अच्छे दिन जल्दी लायें - आभार मंगलम्।।
अभी तो है जनता आपसे निराश मंगलम्।
कहाँ का सुशासन और विकास मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
वक्त माँगता कुर्बानी तो देंगे बलिदान मंगलम्।
तेज होगी फिर से जनता के संघर्ष की धार मंगलम्।।
विनाशकारी नीतियों के खिलाफ होगा सिंहनाद मंगलम्।
नहीं चलेगा लालकिले से भाषण- लॉलीपाप मंगलम्।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !


