दो-दो हाथ करने के अमित शाह का बयान का मतलब क्या है?

अमित शाह का दो-दो हाथ करने बयान का मतलब है कि भारतीय जनता पार्टी इस स्थिति में पहुंच गई है कि वो विपक्ष से दो-दो हाथ करना चाहती है। यानी भारतीय जनता पार्टी की बेचैनी को अमित शाह का यह वक्तव्य प्रदर्शित कर रहा है कि किस तरीके से भारतीय जनता पार्टी के अंदर बेचैनी बढ़ती जा रही है और उसे लगता है कि विपक्ष के साथ दो-दो हाथ कर लेने की नौबत आ गई है क्योंकि जुमले नहीं चल का रहे हैं और जनता के सवाल जस के तस हैं। जब जनता भी सवाल पूछ रही है तो जनता के सवालों से कैसे बच्चा जाए तो उसका एक ही रास्ता है कि विपक्ष से दो-दो हाथ किया जाए।

तो इसके लिए अमित शाह जी को कुश्ती करने की कोई जरूरत नहीं है, उसके लिए सीबीआई है तमाम और संस्थाएं हैं वो अपना काम करेंगी।

DB Live व देशबन्धु के ऑनलाइन एडिटर और हस्तक्षेप के संपादक अमलेन्दु उपाध्याय का विश्लेषण

Amit Shah's statement is proof of the BJP's restlessness