देश दुनिया की लाइव खबरें 16 सितंबर 2025 | Aaj Tak Live
16 सितंबर 2025 की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें। यहां भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल, विज्ञान-तकनीक, मौसम अपडेट और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से जुड़ी हर ताज़ा व बड़ी खबर तुरंत पाएँ। इस पेज पर दिन भर की खबरें अपडेट होंगीं..;
देश दुनिया की लाइव खबरें
Live news of the country and the world 16 September 2025
Aaj Tak Breaking News 16 September 2025
16 सितंबर 2025 की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें। यहां भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल, विज्ञान-तकनीक, मौसम अपडेट और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से जुड़ी हर ताज़ा व बड़ी खबर तुरंत पाएँ। इस पेज पर दिन भर की खबरें अपडेट होंगीं..
15 सितंबर 2025 की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें
व्यापार वार्ता के लिए आज भारत आएंगे अमेरिकी मुख्य वार्ताकार
अमेरिकी मुख्य वार्ताकार व्यापार वार्ता के लिए आज 16 सितंबर को भारत आएंगे।
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता की "निरंतरता" के रूप में, भारत, अमेरिकी मुख्य वार्ताकार ब्रेंडन लिंच की एक दिवसीय बैठक की मेज़बानी करेगा, जिसमें भारत के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल शामिल होंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह इस महीने की शुरुआत में हुए घटनाक्रम के बाद हो रहा है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत के साथ अमेरिका के "विशेष संबंधों" की बात की थी, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस भावना का "पूरी तरह से समर्थन" किया था।
एक अक्तूबर से रिजर्वेशन के लिए आधार
रेल मंत्रालय ने कहा है कि आरक्षण व्यवस्था का लाभ सबसे पहले आम उपयोगकर्ताओं तक पहुँचाने के लिए और बेईमान तत्वों द्वारा इस सुविधा के दुरुपयोग को रोकने के लिए, यह फैसला लिया गया है कि 01.10.2025 से, सामान्य आरक्षण खुलने के पहले 15 मिनट के दौरान, आरक्षित सामान्य टिकट, केवल आधार-प्रमाणित उपयोगकर्ता ही भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) की वेबसाइट/इसके ऐप के ज़रिए बुक कर सकेंगे।
रेल मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि मौजूदा वक्त में भारतीय रेलवे के कम्प्यूटरीकृत पीआरएस काउंटरों के ज़रिए, सामान्य आरक्षित टिकटों की बुकिंग के समय में कोई बदलाव नहीं होगा। सामान्य आरक्षण खुलने के 10 मिनट के प्रतिबंध के समय में भी कोई बदलाव नहीं होगा, जिसके दौरान भारतीय रेलवे के अधिकृत टिकट एजेंटों को पहले दिन आरक्षित टिकट बुक करने की अनुमति नहीं होगी।
ईरान के राष्ट्रपति और इराकी प्रधानमंत्री ने इज़राइल के खिलाफ एकजुट इस्लामी मोर्चे का आह्वान किया
ईरानी राष्ट्रपति और इराकी प्रधानमंत्री ने इज़राइली अपराधों को रोकने के लिए गंभीर और व्यावहारिक कदम उठाने हेतु इस्लामी देशों के बीच एकजुट रुख अपनाने का आह्वान किया है।
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने सोमवार को दोहा में एक आपातकालीन अरब-इस्लामी शिखर सम्मेलन के दौरान इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी से मुलाकात की। यह शिखर सम्मेलन कतर की राजधानी पर हाल ही में हुए इज़राइली हवाई हमले का सामूहिक जवाब देने के लिए अरब लीग और इस्लामिक सहयोग संगठन के नेताओं को एक साथ लाता है।
पेजेशकियन ने कहा कि इज़राइली शासन संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय देशों के समर्थन के बिना ऐसे अपराध करने का साहस नहीं कर सकता। उन्होंने व्यापक एकता की आवश्यकता पर अपने दीर्घकालिक रुख पर ज़ोर दिया।
जलवायु परिवर्तन, कम वर्षा, से सूख गई ईरान में उर्मिया झील
उत्तर-पश्चिम ईरान में उर्मिया झील जलवायु परिवर्तन, कम वर्षा, अत्यधिक बांध निर्माण और कृषि जल के अत्यधिक उपयोग के कारण बुरी तरह सूख गई है।
पिछले तीन दशकों में, इसकी गहराई आठ मीटर से ज़्यादा कम हो गई है और कभी नीले पानी की जगह नमक की परत ने ले ली है।
गर्मियों में तापमान 40°C से ऊपर बढ़ने से यह संकट और भी गहरा गया है, जिससे झील लगभग पूरी तरह सूख गई है। कभी गर्मी में भी पानी बरकरार रखने वाली उर्मिया अब पूरी तरह से पानी के संकट से जूझ रही है।
जब सीजेआई बोले - जाइए और भगवान से ही कुछ करने के लिए कहिए
सुप्रीम कोर्ट खजुराहो के जावरी मंदिर में भगवान विष्णु की 7 फुट लंबी सिर कटी मूर्ति की पुनर्स्थापना की मांग वाली याचिका पर सुनवाई कर रहा है। ऐसा कहा जाता है कि मुगल आक्रमणों के दौरान इसे खंडित कर दिया गया था और तब से इसे ऐसे ही छोड़ दिया गया है। याचिकाकर्ता ने श्रद्धालुओं के पूजा-अर्चना के अधिकार की रक्षा और मंदिर की पवित्रता को पुनर्जीवित करने के लिए न्यायालय से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई: जाइए और भगवान से ही कुछ करने के लिए कहिए। आप कहते हैं कि आप भगवान विष्णु के परम भक्त हैं। तो अब जाकर प्रार्थना कीजिए। यह एक पुरातात्विक स्थल है और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को अनुमति आदि देनी होगी। क्षमा करें।
उत्तराखंड में मौसम की मार : उफनती नदी के बीच में फंसे पांच लोगों को बचाया
देहरादून जिले के सहसपुर थाना क्षेत्र में उफनती नदी के बीच में फंसे पांच लोगों को पुलिस व एसडीआरएफ द्वारा ऑपरेशन चलाकर रेस्क्यू किया गया।
उत्तराखंड में मौसम की तबाही
सोमवार रात हुई भारी बारिश से देहरादून-पांवटा राजमार्ग पर नंदा की चौकी (देहरादून) में स्थित पुल को जोड़ने वाली सड़क के बह जाने से यातायात बाधित हो गया है।
स्वस्थ नारी शक्ति परिवार अभियान का शुभारम्भ करेंगे मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 17 सितंबर 2025 को स्वस्थ नारी शक्ति परिवार अभियान का शुभारम्भ करेंगे। भारत सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (Ministry of Women and Child Development, Government of India), के अनुसार इस अभियान के अंतर्गत महिलाओं व बच्चों के लिए देशभर में स्वास्थ्य शिविर आयोजित होंगे। साथ ही, यह 8वां राष्ट्रीय Poshan Maah (17 सितम्बर–16 अक्टूबर) की शुरुआत भी होगी।
ईरान ने की इस्लामी देशों की आलोचना
ईरान के सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुख अली लारीजानी ने फिलिस्तीनियों का समर्थन करने में विफल रहने के लिए इस्लामी देशों की आलोचना की, तथा उनसे आग्रह किया कि वे इजरायली शासन द्वारा अपने विनाश को रोकने के लिए कम से कम न्यूनतम कदम उठाएं।
अली लारीजानी ने Prime Minister of Israel के आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट का उत्तर देते हुए लिखा,
जब @नेतन्याहू जैसा जड़हीन बाल-हत्यारा अपराधी स्वयं को 'अमेरिकी सभ्यता की अग्रिम पंक्ति' कहता है, तो आप अमेरिकियों को दोष नहीं दे सकते यदि वे आत्महत्या करने का मन करते हैं।
Prime Minister of Israel ने इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो के वक्तव्य को प्रकाशित किया था।
‘लैंगिक समानता के मोर्चे पर दुनिया एक अहम मोड़ पर’– UN Women
2030 तक सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की समय सीमा पूरी होने में अब केवल पाँच वर्ष शेष हैं. यूएन वीमैन एशिया-प्रशान्त की निदेशक क्रिस्टीन अरब ने यूएन न्यूज़ को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा है कि वैसे तो लैंगिक समानता की दिशा में शिक्षा और स्वास्थ्य में कुछ उल्लेखनीय सुधार हुए हैं, लेकिन प्रगति अब भी बेहद धीमी है और बढ़ते जोखिम इसे दीगर कमज़ोर कर रहे हैं. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि हालात बदलने के लिए मज़बूत राजनैतिक इच्छाशक्ति और लक्षित निवेश की तत्काल ज़रूरत है.
लैंगिक समानता लक्ष्यों के लिए, राजनैतिक इच्छाशक्ति व ठोस कार्रवाई की पुकार
लैंगिक समानता की दिशा में धीमी प्रगति और मौजूदा चिन्ताजनक रुझान यदि यूँ ही जारी रहे, तो वर्ष 2030 में भी, विश्व भर में 35 करोड़ से अधिक महिलाएँ व लड़कियाँ अत्यधिक निर्धनता में जीवन गुज़ारने के लिए मजबूर होंगी.