आपकी नज़र - Page 10
जनरेटिव एआई: एक सभ्यतागत बदलाव या भविष्य की चेतना? — अरुण माहेश्वरी का विश्लेषण
जनरेटिव एआई और सभ्यता का पुनर्परिभाषण — क्या AI नया मूल्यबोध रच सकता है? AI एक उपकरण नहीं, सभ्यता का दर्पण AI महज तकनीक नहीं, वह नया मूल्यबोध रच रहा...
बुजदिल और गुलाम दिमाग की देशभक्ति !
देशभक्ति की असली परीक्षा सत्ता के खिलाफ सवाल उठाना है, न कि आंख मूंदकर ‘राष्ट्रवाद’ का नारा लगाना। प्रेम सिंह (यह विशेष लेख फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर...














